सूरज पालीवाल
प्रारम्भिक शिक्षा गाँव में तथा उच्च शिक्षा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़।
कहानी संग्रह– टीका प्रधान तथा जंगल।
आलोचना ग्रन्थ– फणीश्वरनाथ रेणु का कथा-संसार, रचना का सामाजिक आधार, संवाद की तह में, आलोचना के प्रसंग, मैला आँचल : एक विमर्श, साहित्य और इतिहास-दृष्टि, महाभोज का महत्त्व, समकालीन हिन्दी उपन्यास, हिन्दी में भूमंडलीकरण का प्रभाव और प्रतिरोध, इक्कीसवीं सदी का पहला दशक और हिन्दी कहानी, कथा विवेचन का आलोक।
सम्पादन– लम्बे समय तक ‘वर्तमान साहित्य’ के सम्पादक मंडल में।
विदेश यात्रा– चीन तथा दक्षिण अफ्रीका।
पुरस्कार– प्रेमचन्द पुरस्कार, पंजाब कला एवं साहित्य अकादमी पुरस्कार, डॉ. रामविलास शर्मा आलोचना सम्मान, आचार्य निरंजननाथ विशिष्ट साहित्यकार सम्मान, नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा धर्मपाल विद्यार्थी सम्मान, श्री रासबिहारी मिशन द्वारा बनफूल साहित्य सम्मान।
पूर्व अध्यक्ष एवं अधिष्ठाता, साहित्य विद्यापीठ, महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा।
पता– आई-17, अक्षत मीडोज, हाथोज मोड़, सिरसी रोड, जयपुर-302012
मो.– 9421101128, 8668898600
ई-मेल– surajpaliwal@yahoo.com
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Criticism Aalochana / आलोचना, Hard Bound / सजिल्द, New Releases / नवीनतम, Paperback / पेपरबैक
Alochna ke Dhruvant aur Gandhi
आलोचना के ध्रुवांत और गांधीAuthor(s) — Suraj Paliwal
लेखक — सूरज पालीवा| ANUUGYA BOOKS | HINDI| 248 Pages | 6.25 x 9.25 Inches |
| available in HARD BOUND & PAPER BACK |
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