हरि राम मीणा – परिचय : आई.पी.एस. (सेवानिवृत)। जन्म : 1 मई, 1952 ग्राम-बामनवास, जिला-सवाईमाधोपुर, राजस्थान। शिक्षा : एम.ए., (राजनीति विज्ञान, 1975), राजस्थान विश्वविद्यालय। साहित्यिक कृतियाँ : अब तक तीन कविता संकलन, एक प्रबंध काव्य, तीन यात्रा वृत्तान्त, आदिवासी विमर्श की दो पुस्तकें, संस्मरणों की एक पुस्तक और तीन उपन्यास प्रकाशित। आदिवासी मुद्दों पर विशेष कार्य। पुरस्कार : पुलिस अधिकारी के रूप में दी गयी सराहनीय सेवा के लिए भारतीय पुलिस पदक, उत्कृष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक और वन्यजीव संरक्षण के लिए पद्मश्री सांखला अवार्ड से सम्मानित। साहित्यिक योगदान के लिए डा. अम्बेडकर राष्ट्रीय पुरस्कार, राजस्थान साहित्य अकादमी का सर्वोच्च मीरां पुरस्कार, केन्द्रीय हिंदी संस्थान द्वारा महापंडित राहुल सांकृत्यायन सम्मान, बिड़ला फाऊँडेशन का बिहारी पुरस्कार और विश्व हिंदी सम्मान 2015 सहित अनेकों पुरस्कारों से सम्मानित। अनुवाद : इनकी कृतियों में से ‘धूणी तपे तीर’ उपन्यास का अंग्रेजी अनुवाद ‘When Arrows Were Heated up’ शीर्षक से, यात्रा वृत्तान्त ‘जंगल जंगल जलियांवाला’ का पंजाबी में और अनेक कविताओं का अनुवाद अंग्रेजी, बंगाली, मराठी व गुजराती में हो चुका है। शोध-कार्य : इनके साहित्य पर तीन शोधार्थियों को पीएच.डी. अवार्ड हो चुकी है। करीब 100 से अधिक शोधार्थी एम.फिल. कर चुके हैं, कई अन्य कर रहे हैं। करीब आधा दर्ज़न पीएच.डी. कर रहे हैं। शैक्षणिक पाठ्यक्रम : इनकी पुस्तकें दिल्ली विश्वविद्यालय सहित करीब चार दर्ज़न केन्द्रीय एवं प्रांतीय विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों में सम्मिलित हैं। सम्प्रति : स्वतंत्र लेखन, पूर्व विजिटिंग प्रोफ़ेसर, हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय; राजस्थान जनजातीय विश्वविद्यालय हेतु राजस्थान सरकार द्वारा मनोनीत सलाहकार। संपर्क : 31, शिवशक्ति नगर, किंग्स रोड, अजमेर हाई-वे, जयपुर – 302019 (राजस्थान)। e-mail : hrmbms@yahoo.co.in; Mob. : 94141 24101

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