- Please choose product options by visiting Anbhai Kahe Raidassa (Play) / अनभै कहै रैदासा (नाटक).








Samay kee Kahani : Kahani ka Samay <br> समय की कहानी : कहानी का समय
₹395.00 Original price was: ₹395.00.₹280.00Current price is: ₹280.00.
FREE SHIPMENT FOR ORDER ABOVE Rs.149/- FREE BY REGD. BOOK POST
Amazon : Buy Link
Flipkart : Buy Link
Kindle : Buy Link
NotNul : Buy Link
Author(s) — Tarsem Gujral
लेखक — तरसेम गुजराल
| ANUUGYA BOOKS | HINDI| 128 Pages | HARD BOUND | 2021 |
| 6 x 9 Inches |
- Description
- Additional information
Description
Description
लेखक के बारे में
डॉ. तरसेम गुजराल
जन्म – 10-04-1950
शिक्षा – एम.ए. हिन्दी, पीएच.डी.
कविता, कहानी, उपन्यास, आलोचना, अनुवाद, संपादन की 58 पुस्तकें प्रकाशित।
आलोचना की 5 पुस्तकें प्रकाशित
1. हिन्दी उपन्यास जमीन की तलाश (2016)
2. मोहन सबरा का काव्य पथ (2018)
3. रचना रचनाशीलता और सभ्यता विमर्श (निबन्ध)
4. रस कालजयी उपन्यास (2018)
5. हिन्दी उपन्यास स्त्री की तरफ खुलती खिड़की और अब (2019)
समय की कहानी कहानी का समय
सम्मान – 1. जलता हुआ गुलाब उपन्यास पर 1889 में प्रेमचंद महेश सम्मान; 2. राख और टीलें कविता-संग्रह पर 93-94 में केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय द्वारा सम्मान; 3. उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का सौहार्द्र सम्मान 2014; 4. पंजाब का शिरोमणि सम्मान 2013
पुस्तक के बारे में
हिन्दी के कथाकार, कथा समीक्षक और कथा के सजग पाठक अपने को इस बात के लिए जरूर खुशकिस्मत मानते होंगे कि काफी पहले ही प्रेमचन्द ने साहित्य की परिभाषा को लेकर कह दिया था– साहित्य की बहुत सी परिभाषायें की गई हैं पर मेरे विचार से उसकी सर्वोच्च परिभाषा जीवन की आलोचना है, चाहे वह निबन्ध के रूप में हो, चाहे कहानियों के, या काव्य के, उसे हमारे जीवन की आलोचना और व्याख्या करनी चाहिए। तब से उन मित्रों की भी कमी नहीं, जो कहानी से मनोरंजन के अतिरिक्त जीवन की विविधता, गहराई, संघर्ष, सांस्कृतिक चेतना और पर्तों में छिपी सच्चाई की उम्मीद करते हैं। कला और क्राफ्ट कहानी को समर्थ ढंग से कहने प्रभाव की नज़र से अधिक ग्राह्य बनाने में मदद करते हैं परन्तु मूलत: कहानी अपने पूरेपन से जानी जाती है। रोनी मारिसन ने कहा था कि एक कहानी गढ़ो, हमारी खातिर और अपने लिए भी और समाज में अपना नाम भूल जाओ। हमें बताओ कि यह दुनिया तुम्हारे साथ अँधेरे और उजालों में कैसा व्यवहार करती है। कौन सी बात विश्वसनीय है और किस बात से डर लगता है। कहानी आलोचना में यदि यही बात जरूरी मान ली जाये तो पुनरावलोकन, अनेकार्थ्कता, यथार्थ की जटिलता और समय स्पष्ट हो सकते हैं।
इस बीच आलोचना विवेक का बुरी तरह क्षरण हुआ है। सामाजिक सरोकारों की खोज संकट में मदद करने वाली है, जिसे फिर से अर्जित करने की जरूरत है। क्या भूमंडलीकरण और स्वतंत्र चेतना साथ-साथ आ सकते हैं या नहीं? समय की चुनौतियों से जूझते नये कथाकार की शानादल का सवाल भी सामने रहा, जब बड़े नामवर आलोचक के पास उन्हें पढ़ने का समय तक नहीं बचा।
विषय सूची
समयगत चुनौतियों की कहानियाँ
समयगत चुनौतियों की कहानियाँ
हिन्दी की चर्चित राजनीतिक कहानियाँ
बदला दौर बदली कहानियाँ
कहानी की जमीन
बहुत कठिन है डगर पनघट की
तीन दुनियाएँ तथा उनकी कहानियाँ
तीन दुनियाओं की कहानियाँ–II
Additional information
Additional information
Weight | N/A |
---|---|
Dimensions | N/A |
Product Options / Binding Type |
Related Products
-
-20%Select options This product has multiple variants. The options may be chosen on the product pageQuick ViewArt and Culture / Kala avam Sanskriti / कला एवं संस्कृति, English, Fiction / कपोल -कल्पित, Hard Bound / सजिल्द, New Releases / नवीनतम, North East ka Sahitya / उत्तर पूर्व का सााहित्य, Novel / उपन्यास, Panchayat / Village Milieu / Gramin / पंचायत / ग्रामीण परिप्रेक्ष्य, Paperback / पेपरबैक, Translation (from Indian Languages) / भारतीय भाषाओं से अनुदित, Tribal Literature / आदिवासी साहित्य, Women Discourse / Stri Vimarsh / स्त्री विमर्श
JUNGLEE PHOOL (A Novel based on the Abotani Tribes of Arunachal Pradesh)
₹160.00 – ₹400.00 -
-25%Select options This product has multiple variants. The options may be chosen on the product pageQuick ViewBiography / Jiwani / जीवनी, Hard Bound / सजिल्द, History / Political Science / Constitution / Movement / इतिहास / राजनीति विज्ञान / संविधान / आन्दोलन, New Releases / नवीनतम, Paperback / पेपरबैक, Top Selling, Youth / किशोर
Mahasamar ke Nayak (Rakt Kamal aur Roti) / महासमर के नायक (रक्त कमल और रोटी)
₹299.00 – ₹399.00 -
-6%Select options This product has multiple variants. The options may be chosen on the product pageQuick View
-
Criticism Aalochana / आलोचना, Hard Bound / सजिल्द, New Releases / नवीनतम, Sanchayan / Essays / Compilation संचयन / निबंध / संकलन (Anthology), Stories / Kahani / कहानी
Vir Bharat Talwar – Durlabh Parampara Ke Alochakवीर भारत तलवार – दुर्लभ परम्परा के आलोचक
₹999.00Original price was: ₹999.00.₹650.00Current price is: ₹650.00.