Author: Urmila Shukla / उर्मिला शुक्ल

उर्मिला शुक्ल
शिक्षा– एम.ए., पीएच.डी., डी.लिट्.। लेखन– छत्तीसगढ़ी और हिंदी, दोनों भाषाओं में। प्रकाशन हिंदी— उपन्यास– 1. बिन ड्योढ़ी का घर। 2. बिन ड्योढ़ी का घर – भाग-2। कहानी संग्रह– 1. मैं, फूलमती और हिजड़े। 2. फूल कुँवर तुम जागती रहना। 3. उजास और कालिमा के पार। 4. बीसवीं सदी की महिला कथाकारों की कहानियाँ-नवें भाग में कहानी गोदना के फूल संकलित। कविता संग्रह– 1. इक्‍कीसवीं सदी के द्वार पर। 2. गढ़ रही है औरत। यात्रा संस्मरण– 1. यात्रायें उस धरा की जो धरोहर हैं हमारी। 2. चाँद की धरती पर। 3. हिम शृंगों के संग-संग। खण्ड काव्य– पांचाली की पंडवानी। सम्पादन – अरण्य-आदिवासी समुदाय की कहानियों का साझा संग्रह। समीक्षा– 1. स्वातन्त्र्योत्तर हिंदी कहानी-बदलता स्वरूप। 2. हिंदी कहानी-मूल्यों के निकष पर। अनुवाद– पंजाबी, गुजराती, मराठी, कन्‍नड़ और उर्दू में कहानियाँ और मराठी, उर्दू और अँग्रेजी में कविताएँ अनुदित। छत्तीसगढ़ी प्रकाशन–1- कविता संग्रह। 1-कहानी संग्रह, 1-खण्ड काव्य और समीक्षा की 2 पुस्तकें प्रकाशित। पुरस्कार एवं सम्मान– 1. पाण्डुलिपि पुरस्कार मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग भोपाल। 2. अखिल भारतीय गंगेश्वर उपाध्याय स्मृति सम्मान। 3. अखिल भारतीय स्पेनिन साहित्य गौरव सम्मान-कहानी संग्रह मैं, फूलमति और हिजड़े के लिए। 4. कथादेश -रहस्य रोमांच विशेषांक 2016 कहानी स्वप्न और हकीकत के बीच पुरस्कृत। 5. अखिल भारतीय कहानी प्रतियोगिता-पुष्करणी कथा पुरस्कार। 6. अमलतास सृजन सम्मान-बिन ड्योढ़ी का घर के लिए। 7. छत्तीसगढ़ साहित्य सम्मान सहित अनेक सम्मान।