संतोष अलेक्स
संतोष अलेक्स : पेन इंडियन लेखक, कवि, अनुवाद विद्वान, आलोचक एवं पोएट्री क्यूरेटर हैं। आपकी 60 किताबें प्रकाशित हैं जिनमें कविता, आलोचना, अनुवाद एवं अन्य भाषाओं में संतोष की अनूदित कविता संग्रह शामिल है। संतोष की कविताएं एवं आलेख देश की चर्चित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई है। संतोष की हिंदी कविताओं का अनुवाद तमिल, तेलुगु,कन्नड, असमिया, भोजपुरी, पंजाबी, मराठी, कोंकणी, तुर्की, मंदारिन, अरबी, पलस्तीनी, मंगोलियाई, इटली, फ्रेंच, जर्मन, उजबेक, तायवानी, हीब्रू, ग्रीक एवं स्पेनिश भाषाओं में हुआ है। पिछले तीन दशकों से अनुवाद एवं मौलिक लेखन के माध्यम से संतोष भारतीय साहित्य को समृद्ध कर रहे हैं। जन्म : केरल के तिरूवल्ला में। शिक्षा : एम.ए.,पीएच.डी (हिंदी साहित्य)। कविता : पांव तले की मिट्टी (2013), हमारे बीच का मौन (2017), पिता मेरे (2020)। आलोचना : केदारनाथ सिंह और के. सच्चिदानंदन की कविताओं में मानववाद (2014)। अनुवाद : प्रक्रिया एवं व्यावहारिकता (2016); अनुवाद की बहुभाषिकता (2021)। यात्रा वृतांत : देवदारूओं के तले (2021), इस्तांबुल में हफ्ते भर (2023)। गांधी साहित्य : बापू जिसे मैंने जाना (2021)। बाल कविता : बंटी की साइकिल (2022)। संपादन : हिंदी की साहित्येतर भूमिका (2018)। अनुवाद : मलयालम, तेलुगु और अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद की 23 किताबें प्रकाशित। पुरस्कार : पंडित नारायण देव पुरस्कार (देहांतर के लिए); राष्ट्रीय हिंदी साहित्य सम्मेलन, त्रिवेंद्रम, द्विवागीश पुरस्कार (अनुवाद के योगदान के लिए); भारतीय अनुवाद परिषद, नई दिल्ली, तलशेरी राघवन स्मृति कविता पुरस्कार; मद्रास मलयाली समाजम, चेन्नै, प्रथम सृजनलोक कविता पुरस्कार (पांव तले की मिटटी के लिए); सृजनलोक फाउंडेशन, बिहार, साहित्य रत्न पुरस्कार, (हिंदी साहित्य के योगदान के लिए); साहित्य संगम बैंगलूर, अंतरराष्ट्रीय विट्रूवियो कविता पुरस्कार, इटली; जे.सी. जोशी शब्द साधक अनुवाद सम्मान, पाखी नई दिल्ली; वेली आफ वडर्स अनवुाद सम्मान (बशीर : तीन लघु उपन्यास के लिए), देहरादून। संप्रति : कोचीन में मात्स्यिकी विभाग में सहायक मुख्य तकनीकी अधिकारी। मोबाईल : 8281588229; ई मेल : drsantoshalex@gmail.com