जोसेफ एन्थोनी गाथिया
सेन्ट्रल प्रोविन्सेस के खंडवा शहर में 1946 में जन्मे जोसेफ एन्थोनी गाथिया गत 50 वर्षों से पत्रकारिता से जुड़े रहे हैं। शिक्षक एवं इंडियन सोशल इंस्टीट्यूट में परियोजना अधिकारी रह चुके जोसेफ एंटोनी गाथिया का पत्रकारिता का सफर 1971 में ‘दी स्टेसमेन’ अखबार से प्रारम्भ होकर अनेक पत्र-पत्रिकाओं से गुजरता हुआ 2013 तक चला। वे बाल अधिकारों की मुहिम में भी सक्रिय रहे। समाजशास्त्र का विद्यार्थी रहे जोसेफ ने अँग्रेजी साहित्य में एम.ए., बी.एड., डिप्लोमा इन जर्नेलिज्म का कोर्स करने के साथ-साथ बम्बई के सेंट जेवियर्स कालेज से मास कम्यूनिकेशन में विशेष प्रशिक्षण भी प्राप्त किया। अँग्रेजी एवं हिन्दी दोनों भाषाओं में लेखन। उन्होंने हिन्दी व अँग्रेजी में आठ किताबें लिखी हैं जिनमें ‘भारत में बालिका’ (2002), ‘मीडिया एवं सामाजिक बदलाव’ (2006), ‘एशिया में देह व्यापार : आधुनिक दासता का मायाजाल’ (2003), ‘चाइल्ड प्रोस्टीट्यूशन इन इंडिया’ (1999), ‘चिलड्रेन्स राइट्स एंड वेलविंग इन इंडिया : लॉ, पालिसी एंड प्रैक्टिस’ (2015), एवं रिलीजस फ्रीडम एंड सफरोन पालिटिक्स (2019) प्रमुख हैं। नवभारत टाइम्स, दैनिक भास्कर, राष्ट्रीय सहारा, चौथी दुनिया सहित देश-विदेश के अनेक पत्र-पत्रिकाओं में आलेख एवं शोध-निबन्ध। व्याख्यान एवं अध्ययन के लिए पूर्वोत्तर सहित भारत के अनेक हिस्सों की यात्राएँ। अमेरिका, इंग्लैंड, कनाडा, जर्मनी, जापान, चीन, पाकिस्तान, इटली, फ्रांस, ग्रीस, हालैंड, नार्वे, स्वीडन, फिनलैंड, स्विट्जरलैंड आदि अनेक देशों की यात्रा कर चुके हैं। सन् 2020 में इंडियन कैथोलिक प्रेस एसोशिएसन द्वारा ‘वेल्यू जर्नेलिज्म’ हेतु सम्मानित। सम्प्रति में शोध एवं स्वतंत्र लेखन। स्थायी निवास : नई दिल्ली। संपर्क : Email : joseph.gathia@gmail.com
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