









Aadhunik Bhojpuri Vyakaran / आधुनिक भोजपुरी व्याकरण
₹200.00
Read eBook in Mobile APP
Amazon : Buy Link
Flipkart : Buy Link
Kindle : Buy Link
NotNul : Buy Link
आपन बात
‘आधुनिक भोजपुरी व्याकरण’ रउवा सभे के हाथ में बा। एकरा पर तरह-तरह के सुझाव आइल। हमनी के प्रयास भइल बा कि ओह सब जरूरत के एह में शामिल कइल जाव। बिहार में भोजपुरी के पढ़ाई छउवा क्लास से लेके बारहवाँ आ उत्तर प्रदेश नेपाल में प्राथमिक स्तर पर हो रहल बा। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर आ वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा में स्नातकोत्तर स्तर पर एकर पढ़ाई हो रहल बा। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नयी दिल्ली में स्नातकोत्तर हिन्दी में एगो ऐच्छिक पत्र के रूप में एकर स्वीकृति मिलल हवे।
ई व्याकरण छात्र लोग के ध्यान में राख के लिखाइल बा। आज बिहार में छउवाँ से लेके स्नातकोत्तर स्तर ले भोजपुरी के पढ़ाई हो रहल बा। हमनी बिहार सरकार के भोजपुरी पाठ्यक्रम निर्माण समिति में रहनी। हमनी के बुझाइल जे छात्रन खातिर एगो अलगे व्याकरण के जरूरत बा। पाठ्यक्रम बनावे के क्रम में एह व्याकरण के बहुते हिस्सा लिखाईल बा।
अब पाठ्यक्रम में प्रयोजनमूलक भाषा पढ़े के बा। हमनी के विचार रहे जे एह में प्रयोजनमूलक भोजपुरी से सम्बन्धित सामग्री भी दिहल जाव। सामग्री भी तैयार हो गइल बाकिर बाद में अइसन करे के विचार छोड़ दियाइल। असल में अइसे कइला से ई किताब बहुते मोटा हो जाइत। अब अलग से प्रयोजनमूलक भोजपुरी आ भोजपुरी रचना के किताब निकालल जाई।
भोजपुरी भाषा-साहित्य के हितचिंतक विधायक अजीत कुमार सिंह, राँची विश्वविद्यालय (झारखंड) के सेवानिवृत्त प्रोफेसर बालेंदुशेखर तिवारी आ लीडेन विश्वविद्यालय (नीदरलैंड) के हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. अभिषेक अवतंस के हमनी आभारी बानी, जे अपना कीमती समय में से कुछ समय निकाल के हमनी के मार्गदर्शन कइल।
–महामाया प्रसाद विनोद, जीतेन्द्र वर्मा
- Description
- Additional information
Description
Description
विषय सूची
- आपन बात
- भोजपुरी भाषा
i. उत्पत्ति
ii. नामकरण
iii. क्षेत्र
iv. भोजपुरी के मानकीकरण
v. भोजपुरी के लिपि
vi. भूमंडलीकरण आ भोजपुरी
vii. हिन्दी भोजपुरी सम्बन्ध
viii. अनुवाद की जरूरत
ix. विदेशन में भोजपुरी के स्थिति - वर्ण विचार : उच्चारण आ वर्तनी
i. भोजपुरी खातिर मानक वर्णमाला
ii. वर्ण विचार
iii. संधि
iv. वर्तनी सम्बन्धी कुछ नियम - विराम चिन्ह
परिभाषा, विराम चिन्ह के जरूरत, पूर्ण विराम,
अल्प विराम, अर्द्ध विराम, प्रश्नवाचक, विस्मयादि बोधक,
उद्धरण चिन्ह, योजक, निर्देशक (डैश), कोष्ठक - शब्द विचार आ शब्द रचना
i. शब्द विचार : तत्सम्, तद्भव, देशज आ विदेशज
रचना : रूढ़, यौगिक, योगरूढ़
अर्थ : पर्यायवाची शब्द, विपरीतार्थक शब्द, सहचर शब्द,
श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द, अनेकार्थक शब्द
ii. शब्द रचना : उपसर्ग, प्रत्यय, समास - पद आ पद भेद
क्रिया, क्रिया के भेद, काल, अव्यय, क्रिया विशेषण - वाक्य रचना
वाक्य : अर्थ आ संकल्पना, वाक्य के भेद - मुहावरा आ लोकोक्ति
Additional information
Additional information
Product Options / Binding Type |
---|