Arthat (Literary Contemplation/Discussion)
अर्थात (चिंतन और विमर्श)

415.00

10 in stock

Author(s) — Dr. LAXMI PANDEY
लेखक — डॉ. लक्ष्मी पाण्डेय

| ANUUGYA BOOKS | HINDI | 286 Pages | HARD BOUND | 2018 |
| 5.5 x 8.5 Inches | 450 grams | ISBN : 978-93-86810-72-4 |

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Description

डॉ. लक्ष्मी पाण्डेय

डॉ. लक्ष्मी पाण्डेय, डी.लिट्., पूर्व सदस्य, हिन्दी सलाहकार समिति, अ.का.मं. भारत सरकार।
जन्म : 10 मार्च 1968, धारना कलॉ, सिवनी, (म.प्र.)
शैक्षणिक योग्यता : बी.एससी., एम.ए. हिन्दी, बी.एड., यू.जी.सी. स्लेट, पीएच.डी., डी.लिट्.।
सम्मान : 1. म.प्र. हि.सा. सम्मेलन सागर द्वारा – साहित्याचार्य डॉ. पन्नालाल जैन सम्मान 2010-11;
2. हिन्दी उर्दू मजलिस, सागर म.प्र. का परिधि 2014;
3. पं. शंकरदत्त चतुर्वेदी साहित्यकार सम्मान 2016।
प्रकाशित ग्रंथ : अपरिभाषित, उसकी अधूरी डायरी, इन दो उपन्यासों सहित कुल 28 पुस्तकें प्रकाशित। आचार्य राममूर्ति त्रिपाठी; आचार्य भगीरथ मिश्र; रस विमर्श; साहित्य विमर्श; निराला का साहित्य; तथा आलोचना पर केन्द्रित ‘अर्थात’ पुस्तकें विशेष चर्चित। भाषा विज्ञान, भारतीय काव्यशास्त्र एवं आलोचना संबंधी लगभग दस पुस्तकें देश के अनेक विश्वविद्यालयों में एम.ए. के दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रमों में सम्मिलित।
अनेक पत्रिकाओं का संपादन।
अनेक कहानियाँ विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित।
आकाशवाणी सागर से कहानियों का प्रसारण।
सम्प्रति : अध्यापन, हिन्दी विभाग, डॉ. हरीसिंह गौर, वि.वि., सागर, म.प्र.।
पता : श्रीसूर्यम्, कुलपति निवास के सामने कोर्ट रोड, 10-सिविल लाइन, सागर (म.प्र.)-470001,
मो. 9753207910, shreesuryam@gmail.com

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